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वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में रिमोट सेंसिंग विषयक कार्यशाला का समापन

•कार्यशाला में मिले ज्ञान का करें प्रयोग- प्रो वंदना सिंह
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय स्थित रज्जू भैया संस्थान के अर्थ एंड प्लेनेटरी साइंसेज विभाग में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा चल रही सात दिवसीय  कार्यशाला  का गुरुवार को समापन हुआ. कार्यशाला में देश के दस प्रदेशों के विभिन्न उच्च शिक्षा संस्थानों के 25 चयनित विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों ने इस कार्यशाला में प्रशिक्षण प्राप्त किया.

कुलपति प्रो वंदना सिंह ने समापन सत्र के पूर्व कुलपति सभागार में प्रमाण पत्र प्रदान किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय निरंतर शोध और शैक्षिक उन्नयन की दिशा में कार्य कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला में आपको अपने विषय से सम्बंधित शोध एवं नवाचार की जो जानकारी प्राप्त हुई है उसे आप अपने अध्ययन में सम्मिलित कर जीवन में नई ऊंचाइयों तक पहुचेंगे. उन्होंने विभिन्न प्रदेशों से आए प्रतिभागियों से परिचय और कार्यशाला के बारे में फीडबैक लिया.

अंतिम दिन डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या के भू विज्ञान विभाग के डा. सौरभ सिंह ने जियोलॉजी के विभिन्न क्षेत्रों में रिमोट सेंसिंग तकनीकी के उपयोग पर व्याख्यान दिया तथा उसके अनुप्रयोगों पर चर्चा की । उन्होंने कहा कि रिमोट सेंसिंग तकनीकी का उपयोग व्यापक है एवं इसकी सहायता से विभिन्न वैज्ञानिक, भौगोलिक तथा भूगर्भीय परिवर्तन का आकलन व सतत् क्रम आसानी से पता लगाया जा सकता है। उन्होंने रिमोट सेंसिंग मैपिंग से संबंधित विभिन्न एक्सरसाइज कराया एवं आर्क जीआईएस सॉफ्टवेयर के अनुप्रयोगों के संबंध में विभिन्न जानकारियां साझा की। कार्यशाला के संयोजक डा. श्याम कन्हैया ने कार्यशाला की रिपोर्ट प्रस्तुत की. इस अवसर पर निदेशक प्रो. प्रमोद यादव, डॉ नीरज अवस्थी, डा. शशिकांत यादव, डा. सौरभ सिंह, डा. श्रवण कुमार एवं प्रतिभागी उपस्थित रहे.


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